वॉट्सएप शायरी whatsapp shayari
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मिलते नही जो हक वो लिए जाते हैं, है आजाद हम पर गुलाम किये जाते हैं, उन सिपाहियों को रात-दिन नमन करो, मौत के साए में जो जिए जाते हैं. जय हिन्द🇮🇳🙏🏻🇮🇳
जब हम तुम अपने महबूब की आँखों में खोये थे, जब हम तुम खोयी मोहब्बत के किस्सों में खोये थे, सरहद पर कोई अपना वादा निभा रहा था, वो माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा था. जय हिन्द🇮🇳🙏🏻🇮🇳
💕चेहरे की हंसी,को दिल की खुशी समझ लेते हैं लोग...
💕💕काश ! कुछ पल रुककर किसी ने दिल का हाल भी समझा होता ...
कौन शरमा रहा है आज यूँ हमें फ़ुर्सत में याद कर के..*
*हिचकियाँ आना' तो चाह रही हैं, पर 'हिच-किचा' रही है.!*
...दोस्ती का रिश्ता अनोखा है ना गुलाब सा है ना काँटों सा,
दोस्ती का रिश्ता तो उस डाली की तरह है जो गुलाब और कांटे,
दोनों को एक साथ जोड़े रखता हे आखरी दम तक,,🌹💓
गया था मै तुझसे दुर बहुत कुछ पाने के लिए ……….पर सिवाए तेरी यादो के कुछ हासिल ना हुआ !!!!
आऔ बैठो करीब मेरेे*
*कुछ तो बात कर लो..!!*
*मैं हूँ ख़ामोश गर तो*
*तुम ही शुरुआत कर लो....!!!!*
दिल से दिल की दूरी नहीं होती...,💕💕
काश कोई मज़बूरी नहीं होती...!!
मिलने की तमन्ना तो बहुत है, 💕💕
लेकिन कहते हैं हर तमन्ना पूरी नहीं होती...!🌹🌹🌹
हर जख्म....
जब मै लिखता गया...!!
तेरा चेहरा....
मुझे दिखता गया...!!
तुम्हारे साथ की ख़ामोशी भी_____*
*लम्बी बातों सा सुकून देती है____✍🏻*
मन्नत के धागे बांधो या मुरादों की पर्ची...!*
*वो देगा तभी जब होगी उसकी मर्जी... !!*
*जिम्मेदारियां भी खुब इम्तिहान लेती है..*
*जो निभाता है उसी को परेशान करती है.!!!!!!!*
लफ्जों से इतना आशिकाना ठीक नहीं है ज़नाब.....!!*
*किसी के दिल के पार हुए तो इल्जाम क़त्ल का लगेगा.....!!*🌹
गैर थे कौन, अपने थे कौन, हम ये*
*समझ न पाए..!*
*हमने देखा जिधर भी, चेहरे बदले*
*से नजर आए..!!💔*
तुझको पाने की तमन्ना तो मिटा दी मैंने*
लेकिन दिल से तेरे दीदार की हसरत ना गई*
💖तेरे दीदार का नशा भी .. .. .. अजीब हैं .. ❣ तु ना दिखे तो .. .. दिल तडपता हैं .. ❣ और .. तु दिखे हैं तो .. .. .. नशा और चढता हैं❣...💖⚡😘*
*तुम दूर जाओ तो बेचैनी मुझे ही होती हैं,*
महसूस करके देखो मोहब्बत ऐसी ही होती है...!!!*
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है,*
_बोलने की भी और चुप रहने की भी.!!_*
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मिलते नही जो हक वो लिए जाते हैं, है आजाद हम पर गुलाम किये जाते हैं, उन सिपाहियों को रात-दिन नमन करो, मौत के साए में जो जिए जाते हैं. जय हिन्द🇮🇳🙏🏻🇮🇳
जब हम तुम अपने महबूब की आँखों में खोये थे, जब हम तुम खोयी मोहब्बत के किस्सों में खोये थे, सरहद पर कोई अपना वादा निभा रहा था, वो माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा था. जय हिन्द🇮🇳🙏🏻🇮🇳
💕चेहरे की हंसी,को दिल की खुशी समझ लेते हैं लोग...
💕💕काश ! कुछ पल रुककर किसी ने दिल का हाल भी समझा होता ...
कौन शरमा रहा है आज यूँ हमें फ़ुर्सत में याद कर के..*
*हिचकियाँ आना' तो चाह रही हैं, पर 'हिच-किचा' रही है.!*
...दोस्ती का रिश्ता अनोखा है ना गुलाब सा है ना काँटों सा,
दोस्ती का रिश्ता तो उस डाली की तरह है जो गुलाब और कांटे,
दोनों को एक साथ जोड़े रखता हे आखरी दम तक,,🌹💓
गया था मै तुझसे दुर बहुत कुछ पाने के लिए ……….पर सिवाए तेरी यादो के कुछ हासिल ना हुआ !!!!
आऔ बैठो करीब मेरेे*
*कुछ तो बात कर लो..!!*
*मैं हूँ ख़ामोश गर तो*
*तुम ही शुरुआत कर लो....!!!!*
दिल से दिल की दूरी नहीं होती...,💕💕
काश कोई मज़बूरी नहीं होती...!!
मिलने की तमन्ना तो बहुत है, 💕💕
लेकिन कहते हैं हर तमन्ना पूरी नहीं होती...!🌹🌹🌹
हर जख्म....
जब मै लिखता गया...!!
तेरा चेहरा....
मुझे दिखता गया...!!
तुम्हारे साथ की ख़ामोशी भी_____*
*लम्बी बातों सा सुकून देती है____✍🏻*
मन्नत के धागे बांधो या मुरादों की पर्ची...!*
*वो देगा तभी जब होगी उसकी मर्जी... !!*
*जिम्मेदारियां भी खुब इम्तिहान लेती है..*
*जो निभाता है उसी को परेशान करती है.!!!!!!!*
लफ्जों से इतना आशिकाना ठीक नहीं है ज़नाब.....!!*
*किसी के दिल के पार हुए तो इल्जाम क़त्ल का लगेगा.....!!*🌹
गैर थे कौन, अपने थे कौन, हम ये*
*समझ न पाए..!*
*हमने देखा जिधर भी, चेहरे बदले*
*से नजर आए..!!💔*
तुझको पाने की तमन्ना तो मिटा दी मैंने*
लेकिन दिल से तेरे दीदार की हसरत ना गई*
💖तेरे दीदार का नशा भी .. .. .. अजीब हैं .. ❣ तु ना दिखे तो .. .. दिल तडपता हैं .. ❣ और .. तु दिखे हैं तो .. .. .. नशा और चढता हैं❣...💖⚡😘*
*तुम दूर जाओ तो बेचैनी मुझे ही होती हैं,*
महसूस करके देखो मोहब्बत ऐसी ही होती है...!!!*
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है,*
_बोलने की भी और चुप रहने की भी.!!_*
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वॉट्सएप शायरी whatsapp shayari
Reviewed by Pradeep kumar
on
February 20, 2019
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